ट्रैक्टर आधुनिक कृषि का एक अत्यंत महत्वपूर्ण यंत्र है। भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहाँ की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा खेती पर निर्भर करता है। पहले जहाँ खेती बैलों और पारंपरिक औजारों से की जाती थी, वहीं आज ट्रैक्टर ने खेती को आसान, तेज़ और अधिक उत्पादक बना दिया है। ट्रैक्टर केवल खेती तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उपयोग परिवहन, निर्माण कार्य और उद्योगों में भी किया जाता है।
ट्रैक्टर का इतिहास लगभग 19वीं सदी से शुरू होता है।
सबसे पहले भाप (Steam) से चलने वाले ट्रैक्टर बनाए गए
1892 में पहला पेट्रोल से चलने वाला ट्रैक्टर विकसित हुआ
20वीं सदी में डीज़ल इंजन वाले ट्रैक्टर लोकप्रिय हुए
भारत में ट्रैक्टरों का उपयोग 1960 के बाद तेजी से बढ़ा
भारत में महिंद्रा, सोनालिका, स्वराज, एस्कॉर्ट्स (Farmtrac, Powertrac) जैसी कंपनियों ने ट्रैक्टर क्रांति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ट्रैक्टर एक शक्तिशाली वाहन होता है जो भारी कार्य करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य खेत में कृषि यंत्रों को खींचना या चलाना होता है।
Tractor शब्द लैटिन भाषा के शब्द “Trahere” से बना है, जिसका अर्थ है – खींचना।
ट्रैक्टर का हृदय
अधिकतर ट्रैक्टर डीज़ल इंजन से चलते हैं
15 HP से लेकर 75 HP या उससे अधिक क्षमता
इंजन और गियर के बीच संपर्क बनाता है
सिंगल और डबल क्लच सिस्टम
गति और शक्ति को नियंत्रित करता है
6 Forward + 2 Reverse से लेकर 12+12 गियर
ट्रैक्टर को रोकने के लिए
ड्राई ब्रेक और ऑयल इमर्स्ड ब्रेक
ट्रैक्टर की शक्ति को मशीनों तक पहुँचाता है
रोटावेटर, थ्रेशर आदि चलाने में सहायक
औजार उठाने और गिराने के लिए
आधुनिक ट्रैक्टरों में ऑटोमैटिक ड्राफ्ट कंट्रोल
खेती के लिए उपयोग
हल, रोटावेटर, कल्टीवेटर चलाने में
छोटे किसान और बागवानी के लिए
15–25 HP
खेती और ढुलाई दोनों में उपयोगी
निर्माण कार्य, फैक्ट्रियों में
लोडर और बैकहो के साथ
जुताई करना
बुवाई
फसल कटाई
खाद और दवा छिड़काव
ट्रॉली द्वारा ढुलाई
सड़क निर्माण
ईंट, रेत, सीमेंट ढोना
हल (Plough)
रोटावेटर
कल्टीवेटर
सीड ड्रिल
थ्रेशर
ट्रॉली
स्प्रे मशीन
HP का चयन ज़मीन के अनुसार
ईंधन की खपत
सर्विस और स्पेयर पार्ट
बजट
कंपनी की विश्वसनीयता
महिंद्रा ट्रैक्टर्स
सोनालिका
स्वराज
फार्मट्रैक
पावरट्रैक
जॉन डियर
न्यू हॉलैंड
समय की बचत
मेहनत कम
उत्पादन में वृद्धि
बहुउपयोगी मशीन
महंगा होता है
ईंधन खर्च
छोटे किसानों के लिए रख-रखाव कठिन
समय पर इंजन ऑयल बदलें
एयर फिल्टर साफ रखें
ब्रेक और क्लच की जाँच
सही तरीके से स्टार्ट और बंद करें
इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर
GPS और स्मार्ट तकनीक
ड्राइवरलेस ट्रैक्टर
कम ईंधन में अधिक शक्ति
ट्रैक्टर ने कृषि क्षेत्र में क्रांति ला दी है। यह किसान का सच्चा साथी है। सही ट्रैक्टर का चयन और उचित रख-रखाव किसान की आय बढ़ाने में मदद करता है। आने वाले समय में ट्रैक्टर और भी उन्नत और पर्यावरण के अनुकूल बनेंगे।
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